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क्या मौसम बदलेगा
 
नए साल में क्या
मौसम बदलेगा

क्या गरीब
जन की किस्मत बदलेगी
क्या मुर्गी सोने के
अण्डे देगी
आस्तीन में साँप
न कभी पलेगा

महँगाई की
गर्म धूप नम होगी
आम जनों की बदहाली
कम होगी
छाती पर कोई ना
मूँग दलेगा

क्या मरुआई
कोंपल हरियायेगी
कहर नहीं सत्ता हम
पर ढायेगी
गहन अँधेरे का
आधार हिलेगा

क्या आँखों में
सपने गदरायेंगे
गीत मुक्ति के
वनपाखी गायेंगे
संकट आनेवाला
सभी टलेगा

-नचिकेता
३० दिसंबर २०१३

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