|
नए साल ने जैसे ही कुंडी
खड़काई |
|
बाजारों में सजी दुकानें
बार, पबों में रौनक छाई
नए साल ने
जैसे ही कुंडी खड़काई
शॉपिंग मॉल सजे दुल्हन से
ख़ुशी छलकती तन से, मन से
लूट मची है दूकानों में
भरें तिजोरी खाली, धन से
बार-बी-क्यू की खुशबू फैली
सबके मन को भाई
नए साल ने
जैसे ही कुंडी खड़काई
कुछ पीकर के मस्त हो गए
बार गली में व्यस्त हो गए
नाईट क्लबों में डांस कर रहे
जोड़े थककर ध्वस्त हो गए
सजी-धजी संध्या बाला ने
फिर से ली अँगड़ाई
नए साल ने
जैसे ही कुंडी खड़काई
कुछ ड्रग खा ग़म भूल रहे हैं
सपन लोक में झूल रहे हैं
कुछ ‘गे’ जोड़े ‘किस’ करने में
कोने में मशगूल रहे हैं
लिये हाथ में बियर की बोतल
खड़े हुए सौदाई
नए साल ने
जैसे ही कुंडी खड़काई
पिकिनक सारे लोग मनाते
फायर वर्क्स देखने आते
नए साल का स्वागत करने
हार्बर ब्रिज भरपूर सजाते
सिडनी वासी उमड़ पड़े ले
खाना और चटाई
नए साल ने
जैसे ही कुंडी खड़काई
रेखा राजवंशी
३१ दिसंबर २०१२ |
|
|
|
|
|