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श्याम मोरे!
फिर तुझे आना पड़ेगा
आज फिर मीरा को
विष देकर, सुधारा जा रहा है
द्रोपदी के चीर से,
पर्वत बनाया जा रहा है
श्याम मोरे!
फिर तुझे आना पड़ेगा
सूर, उद्वव, नँद-जसुमति
देवकी बसुदेव सब है
पर बहुत है कंस,
फिर कारां बनाया जा रहा है
श्याम मोरे!
फिर तुझे आना पड़ेगा
रूक्मिणी -राधा अकेली
गोपियों की बंद बोली
ओ कन्हैया कालिया वध
के लिये आना पड़ेगा
श्याम मोरे!
फिर तुझे आना पड़ेगा
-- कमलेश कुमार दीवान
३० अगस्त २०१० |