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मेरा भारत
विश्वजाल
पर देश-भक्ति की कविताओं का संकलन
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कबीर का ये देश है
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१
सूर, रसखान, मीरा, तुलसी, रहीम, नन्द,
कृष्ण, व्यास, चैतन्य, कबीर का ये देश है।
प्रेम वाटिका,सुजान रसखान,हरिवाणी,
सूर सारावली की जागीर का ये देश है।।
दोहा, सोरठा, चौपाई, हरिगीतिका, सवैया,
रसमय काव्य की समीर का ये देश है।
श्वांस श्वांस में सुगंध प्रेम की बसी है यहाँ,
मोदमयी भक्ति की कुटीर का ये देश है।।
२
भिन्न भिन्न जाति धर्म भिन्न भिन्न भाषाएँ है,
गीत भिन्न भिन्न पर एक ताल मेरा देश।
भिन्न भिन्न वेश-भूषा भिन्न भिन्न रीतियाँ है,
भिन्न जेवनारों का है एक थाल मेरा देश।।
भिन्न भिन्न संस्कृतियाँ भिन्न भिन्न मान्यताएँ,
भिन्न रिवाज़ों से देखो मालामाल मेरा देश।
भिन्न भिन्न फूलों की है अभिराम बगिया ये,
भिन्नता में एकता की है मिसाल मेरा देश।।
- सीमा अग्रवाल
११ अगस्त २०१४ |
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