माँ दुर्गा तुम हो
शक्ति हमारी
जीवन पथ पे
हमें संबल देना
दुनियावी जालों से
सीख पाएँ कुछ
जीवन में अम्बे
ऐसा बल देना
अँधेरों में जलें
बन दीपक हम
तुम माँ ऐसा
रोशन कल देना
ज्योति कभी
मद्धिम न हो पाये
तुम ममता का
सद्भावी आँचल देना
आग बुझा सकूँ
घृणा बैर हटा सकूँ
ऐसा जल भरा
अवरोही बादल देना
माँ सद्भाव का
उजियारा हो जाये
रोशनी की ऐसी
ज्योत जला देना
- डॉ सरस्वती माथुर
१५ अक्तूबर २०१५ |