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उनसे मेरी सारी आशा

 

 

 
१.
उनसे मेरी सारी आशा
दूर करें वे सभी निराशा
हर संकट से मुझे बचातीं
क्या जी, माँ? ना जगदाती

२.
मन की सारी बातें जानें
दे दें, जो भी चाहूँ पाने
उन बिन जीवन मुश्किल दैया
क्या जी, मम्मी? दुर्गा मैया


कहीं रहूँ, वो मन में रहतीं
जब घबराऊँ, तब हैं कहतीं,
"मै जब सँग, क्यों डरे सयानी"
क्या जी, अम्मा? आदि भवानी


मेरा तो आधार वही हैं
इस जीवन का सार वही हैं
उन बिन लागे जीवन खाली
के, महतारी? शेराँवाली

५.
दीन कोई हो, दया दिखातीं
पापी हो तो सबक सिखातीं
उनके जैसा कोई भी ना
क्या जी, मम्मी? माँ जगदम्बा

- आराधना द्विवेदी
२९ सितंबर २०१४

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