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माँ तुम पूरा
शब्दकोश हो माँ तुम
पूरा शब्दकोश हो
हर अक्षर तेरे समक्ष नत,
तुम बिन सब मात्राएँ अधूरीं
तुमसे ही है पूर्ण विराम माँ,
तुमसे हैं सब कथाएँ पूरी
आरोही स्वर सुख का तुमसे,
अवरोहण होता है दुःख का
करुणा वर्षण किया निरंतर,
कभी किया न प्रकट रोष को
माँ तुम
पूरा शब्दकोश हो
ज्ञान सभी तुम बिन अपूर्ण हैं,
पूर्ण नहीं कोई परिभाषा
तेरे गर्भ में पोषित होते,
ईश्वर मनुज संत रैदासा
हर यशगान तुम्हारे पीछे,
प्रथम पूज्य यश वंदन तेरा
आशिष दे नभ तक पहुँचाया,
अनदेखा कर हर इक दोष को
माँ तुम
पूरा शब्दकोश हो
-भावना तिवारी
१५ अकतूबर २०१२ |