होली आई होली आई
सारे रंग साथ में लाई
चिंटू पिंटू खेलें होली
रंग लगा कर भर भर कोली
लाल हुआ पिंटू का कुरता
अरे बना चिंटू का भुरता
नहीं हुई पर हाथापाई
होली आई होली आई
लेकर रंग भरे गुब्बारे
इस पर मारे उस पर मारे
लगा लगा आलू के ठप्पे
कैसे कैसे चित्र उभारे
धमाचौकड़ी खूब मचाई
होली आई होली आई
अल्लम गल्लम चाट पकौड़ी
सब खाया कुछ कसर न छोड़ी
इतना खाया इतना खाया
पेट नाक तक था भर आया
फिर भी लार जीभ से टपकी
मुनिया ने जब गुझिया खाई
होली आई होली आई
डॉ. वीरेन्द्र आज़म
१ मार्च २०१० |