|
हिन्दुओं का इक प्रमुख
त्योहार है होली
दूसरे धर्मों को भी स्वीकार है होली
है कहीं हुल्लड़, कहीं हैं चंग की गूँजें
और कहीं रंगों भरी बौछार है होली
मौज मस्ती और पकवानों की रंगत है
प्रेम और सद्भाव का व्यवहार है होली
भांग मदिरा को भी इस से जोड़ते हैं लोग
हास और परिहास का संसार है होली
दोस्त, दुश्मन भी गले सब मिल रहे इस दिन
तेरा मानवता पे ये उपकार है होली
आज की पीढ़ी कहीं ये भूल मत जाना
एकता के वृक्ष का आधार है होली
द्वेष, कटुता को भुलाकर प्यार बाँटों सब,
बस 'शरद' इस पर्व का ये सार है होली
- शरद तैलंग
१ मार्च २०२३ |