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सियासती होली : दोहे

बुरा न मानो होली है

इंद्रप्रस्थ में हो रही, होली की हुड़दंग।
भगवा पहने सोनिया, हाथी मोदी संग।।
जोगी जी सा रा रा रा

अमित शाह की भंग में, डला मराठी रंग।
हुआ रंग में भंग चुप, देखे दुनिया दंग।।
जोगी जी सा रा रा रा

अ सरदार, सरदार या, असरदार सरदार?
सिद्धू-अमरिंदर कहो, किसका क्या किरदार?
जोगी जी सा रा रा रा

योगी भूले योग को, बिसर गया है ध्यान।
आज़म पर पिचकारियाँ, रहे जाँच की तान।।
जोगी जी सा रा रा रा

राज गँवा शिवराज जी, घूमें मले भभूत।
कमलनाथ कर दिग्विजय, आगे लाये पूत।।
जोगी जी सा रा रा रा

बड़बोलों के मुँह पुती, कालिख हारे जंग।
विजयी हुई विनम्रता, बजा रही है चंग।।
जोगी जी सा रा रा रा

शेर साधकर कर शरद ने, सचमुच किया कमाल।
धूल चटा देवेंद्र को, पंजा करे धमाल।।
जोगी जी सा रा रा रा

दीदी की दादागिरी, देख भर रहे आह।
माँगे से मिलती नहीं, भीख फिर रहे शाह।।
जोगी जी सा रा रा रा

प्लेन पायलट का नहीं, उड़ा खत्म पेट्रोल।
डाल दिया गहलोत ने, छिपकर गोबर घोल।।
जोगी जी सा रा रा रा

बाजी मार बघेल ने, किया रमन को ढेर।
जोगी अजित न रह सके, बैठे माला फेर।।
जोगी जी सा रा रा रा

फारुख-महबूबा-उमर, धरे हाथ पर हाथ।
साथ न साया दे रहा, बिरहा गाते साथ।।
जोगी जी सा रा रा रा

- संजीव वर्मा सलिल

१ मार्च २०२०

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