हिंदी की
बात आज
आजाद हिंद में चलो ये काम हम करें
हिंदी की बात आज सरे आम हम करें
हम अपना काम-काज भी हिंदी में करेंगे
अँग्रेजी भी बोलेंगे पर हिंदी पे मरेंगे
इस मातृभाषा को चलो प्रणाम हम करें
हिंदी की बात आज सरे आम हम करें
हम मिल कर बचायेंगे इस हिंदी की शान को
लगने न देंगें ग्रहण इस मीठी जबान को
इस हिंदी की बिंदी को भी सलाम हम करें
हिंदी की बात आज सरे आम हम करें
हिंदी हमारी राज्यभाषा, राष्ट्रभाषा हो
हिंदी हमारी बोल चाल मातृभाषा हो
इसकी लड़ाई अबसे खुले आम हम करें
हिंदी की बात आज सरे आम हम करें
मिल
करके चलो, हिंदी दिवस आज मनाएँ-
'आज़मी' के साथ चलो, झूम के गाएँ-
हिंदी की वंदना ही, सुबह शाम हम करें
हिंदी की बात आज सरे आम हम करें
सावित्री तिवारी आज़मी
१२ सितंबर २०११ |