हिन्दी हमारी भाषा

कोई हम से पूछे
किस देश से आये हो
हम कहे नाज़ से
जय हिंद
हम है हिन्दुस्तानी
हिन्दी हमारी भाषा

एक अनोखा देश जहाँ
बहुत सारी बोलियाँ
एक दिल जोड़े
हिन्दी हमारी भाषा

भाषा अनेक
भेष अनेक
अलग धरम
अलग भगवान
साथ में सब कहे
जय हिंद
हम है हिन्दुस्तानी
हिन्दी हमारी भाषा

मिल झुल के सब रहे
देश की रक्षा करे
देश का नाम रोशन करे
साथ में सब कहे
जय हिंद
हम है हिन्दुस्तानी
हिन्दी हमारी भाषा

- अश्विन गाँधी    
१ सितंबर २०१५

 

इस रचना पर अपने विचार लिखें    दूसरों के विचार पढ़ें 

अंजुमनउपहारकाव्य चर्चाकाव्य संगमकिशोर कोनागौरव ग्राम गौरवग्रंथदोहेरचनाएँ भेजें
नई हवा पाठकनामा पुराने अंक संकलन हाइकु हास्य व्यंग्य क्षणिकाएँ दिशांतर समस्यापूर्ति

© सर्वाधिकार सुरक्षित
अनुभूति व्यक्तिगत अभिरुचि की अव्यवसायिक साहित्यिक पत्रिका है। इसमें प्रकाशित सभी रचनाओं के सर्वाधिकार संबंधित लेखकों अथवा प्रकाशकों के पास सुरक्षित हैं। लेखक अथवा प्रकाशक की लिखित स्वीकृति के बिना इनके किसी भी अंश के पुनर्प्रकाशन की अनुमति नहीं है। यह पत्रिका प्रत्येक सोमवार को परिवर्धित होती है

hit counter