अमृत सम भुट्टा लगे,
ईश्वर का वरदान
सबके दिल को भाय है, करता दूर थकान
इसके दानों के कई, होते रंग-आकार
पीले मोती से जड़ा, करता तन शृंगार
नरम - नरम दाने भरे, दूध, मिठास अपार
व्यंजन मनभावन बने, कॉर्न सूप मन पार
भुट्टे के हैं जगत में, कई तरह के नाम
मकई, मक्का, कॉर्न सब, लगते अभिराम
भूने भुट्टा आग पे, नीबू, नमक लगाय
स्वाद दुगुना जो बढ़े, मुँह चटखारे लाय
भुट्टे में है कुदरती, औषध का भंडार
खनिज, विटामिन से भरा, रोगों का उपचार
रानी है यह फसल की, करे
'मंजु' यशगान
मोती सम दाने गढ़े, भुट्टा आलीशान
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मंजु गुप्ता
१ सितंबर २०२०