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त्योहारों
में गुझिया रानी |
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त्योहारों में गुझिया रानी
मिष्ठानों की लगती नानी
बेसन, खोवा, मेवा वाली
गुझिया अद्भुत स्वाद निराला
खुद को रोक नहीं पाता है
देखे जब भी खाने वाला
बच्चों को तो रही लुभाती
दादी तक इसकी दीवानी
पर्व अधूरा-सा रह जाता
गुझिया अगर न छम-छम करती
मेहमानों के स्वागत में
नाच नाच कर आगे रहती
खुरमी, मठरी, पापड़, लड्डू,
इसके आगे भरते पानी
कोई गोंठे, कोई काटे
कोई भर-भर पूर थमाता
चार दिवस पहले से जुटकर
गुझिया मिल परिवार बनाता
तन चमके तर हुई चाशनी
जैसे हो कोई पटरानी
- अनिल कुमार मिश्र
१ मार्च २०२१
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