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लेकर आए गरम
पकौड़े |
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हम बारिश का मजा बढाने, लेकर
आएँ गरम पकौड़े
छोटे और बड़े सबके ही, मन को भाएँ गरम पकौड़े
गरज गरज कर जब घन बरसे और चले ठंडी पुरवाई
तब लगता आवाज़ लगाकर हमें बुलाएँ गरम पकौड़े
कभी साथ में मीठी चटनी, कभी कभी खट्टी चल जाए
कभी सॉस के साथ ही मिलकर स्वाद बढ़ाएँ गरम पकौड़े
कोई खाता गरम समोसे, साथ कुरकुरी उड़द कचौरी
देख उपेक्षा अपनी मन ही मन घबराएँ गरम पकौड़े
दावत हो या चाहे पिकनिक, या कोई मेहमान पधारे
तुरंत कढ़ाई चढ़ा आँच पर, तल कर लाएँ गरम पकौड़े
लगा दिया बारिश नें कर्फ़्यू घर के बाहर जाएं कैसे
घर में ही कंबल में दुबके, खूब उड़ाएँ गरम पकौड़े
गोभी वाले, मिर्ची वाले साथ मिलाएँ प्याज काटकर
रमा प्यार से जो भी खाएँ भूल न पाएँ गरम पकौड़े
- रमा प्रवीर वर्मा
१ जुलाई २०२४ |
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