कदम्ब के पेड़ की
डाली झुके
वहीं यमुना।
न वृन्दावन, नहीं कान्हा,
न है कोई चीर,
नहीं गोपी
न वंशी चैन की बजती
नदी अब तो नही सजती
यशोदा माँ बताओ तो
कहाँ गायब हुये नंदलाल
न वंशीवट, न यमुना तट
कदम्ब का पेड़ ही कितना पुराना है।
--कमलेश कुमार दीवान
१३ जुलाई २००९ |