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यह मत समझो |
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यह मत समझो वो खड़ा, रहता है
बेकार।
वह अशोक है बाँटता, खुशियाँ बारम्बार॥
घर में वृक्ष अशोक का, कुछ महत्व है खास।
आती है शुभता सदा, खुशियों का हो वास॥
बरगद-पीपल जिस तरह, देते हैं आशीष।
उसी तरह देता हमें, वृक्ष अशोक अमीष॥
घर के द्वारे रोंपिए, वृक्ष अशोक का आप।
मिट जाएंगे एक दिन, सारे दुख-संताप॥
धर्म-कर्म में कीजिए, पत्तों का उपयोग।
फिर जीवन में आयगा, खुशियों का संयोग॥
इतनी सारी खूबियों, का है इसमें कोष।
मिटते वृक्ष अशोक से, सभी वास्तु के दोष॥
नियमित जल अर्पित करें, यदि अशोक को आप।
मिट जाएगा देखना, जीवन का हर श्राप॥
जिस घर में रहता सदा, प्यारा वृक्ष अशोक।
वहाँ कभी आता नहीं, किसी तरह का शोक॥
घर में लगता हो अगर, ऊर्जा है प्रतिकूल।
पौधा एक अशोक का, करता सब अनुकूल॥
- सुबोध श्रीवास्तव
१ अगस्त २०१८ |
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