हातिम जावेद
जन्म- ९ जनवरी १९६ को विशम्भरपुर
प्रकाशित कृतियाँ-
'वक्त की हथेली में' ( ग़ज़ल संग्रह )
ई-मेल-
hatimjawed@gmail.com
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कुण्डलिया
शापित किस मुनि ने किया, कैसा
लागा रोग
पत्थर कैसे हो गए, इस बस्ती के लोग
इस बस्ती के लोग, रहेंगे कब तक पत्थर
कब इनका उद्धार, करेगा कोई आकर
कहते हैं जावेद, करो नैतिकता जीवित
वरना ऐ नादान, रहो शापित के शापित
दिन भर पत्थर तोड़ते, नन्हे-मुन्ने हाथ
अम्बर उनका ओढ़ना, बिस्तर है फुटपाथ
बिस्तर है फुटपाथ, बदन कपड़ों से खाली
सहते बारिश, धूप, निशा सर्दी की काली
डसते हैं जावेद, उन्हें गुर्बत के विषधर
चूसे उनका खून, सितम का दानव दिन भर
काटें सरहद नस्ल की, फ़िरक़ों की जंजीर
आओ सब मिलकर लिखें, दुनिया की तक़दीर
दुनिया की तक़दीर, कि जिसमें प्यार-मुहब्बत
हमदर्दी, उपकार, दया, बलिदान, शराफ़त
सुख-दुःख ऐ जावेद, चलो मिलकर हम बाँटें
मतभेदों के शीश, भुजा कटुता की काटें
आँगन में रखिये सदा, राहत के सामान
भाईचारे का शजर, उल्फ़त के गुलदान
उल्फ़त के गुलदान, सुगंधित करते जीवन
करते हैं मजबूत दिलों से दिल के बंधन
नफरत को जावेद, न आने दीजे मन में
खुशहाली की धूप, खिलेगी हर आँगन में
६ जुलाई २०१५ |