शेखर सेन
गायक,
संगीतकार, कवि, कथाकार और अभिनेता शेखर सेन का जन्म रायपुर के
एक प्रसिद्ध संगीतज्ञ परिवार में हुआ। अनेक संस्थाओं द्वारा
पुरस्कृत एवं सम्मानित, वे विश्व भर में अपने एकल अभिनय वाले
संगीत नाटकों के लिये विशेष रूप से जाने जाते हैं। इन नाटकों
में कबीर, विवेकानंद आदि प्रमुख हैं।
ईमेल-
shekharsen@gmail.com
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क्षणिकाएँ
१
मैंने थकन से कह दिया,
कोई और घर तलाशो
कई वादे निभाने हैं
कई काम अभी बाकी
२
कल शाम
बादलों में सूरज पिघल गया
दे ज़िम्मेदारी चाँद को
चुप से निकल गया
३
अपनी अपनी दृष्टि है
अपने अपने निष्कर्ष
जितने ज्यादा दृष्टिकोण
उतना ही संघर्ष
४
जितना ज़्यादा बोलूँगा
अपनी मुट्ठी खोलूँगा
सीख रहा हूँ चुप रहना
खुद की खुद से ही कहना
५
सुख,
आँवले का मुरब्बा बाँटते रहिये
दुःख,
नीम्बू का अचार चाटते रहिये
६
अपने अतीत से
कुछ भी जो सीखते नहीं
उनके नामों निशां भी
अक्सर दीखते नहीं
७
पुराने बटुए से कुछ सिक्के गिर पड़े
मैंने डाँट कर सिक्कों से कहा यार
कुछ तो इस महँगाई का लिहाज़ करो
जितनी औकात हो उतनी ही आवाज़ करो
८
ये क्या आज मुंबई को हुआ है
अचानक ठंडी हवाओं ने छुआ है
बिन माँगे ही क़ुबूल हर मन्नत
ऊपर वाला भी दीवाना हुआ है
९
दो रास्ते हैं, बातें करते रहिये और भीड़ में खो जाइए
या फिर अभ्यास करते रहिये और आगे बढ़ते जाइए
पिरामिड पे बैठना है, ऊपर या नीचे
कहाँ ? ये आपको तय करना है
१०
जो दूध दे वो गैया, जो पिलाए वो मैया
घर लाकर दे तो भैया और पैसे चुकाएँ सैंया
भगवान ने भी शायद पहले छंद बनाया
और फिर काम बाँट दिए
१० जनवरी २०११ |