मेरी परिभाषा
१-
श्वास
जिंदगी की धुरी और आधार
क्षणिक टूटा
जिंदगी कितनी बेबस लाचार ??
२-
स्वप्न
मन में बसते हैं
आँखों में सजते हैं
उड़ान भरते है
संकल्प के साथ मन में
ही वास करते हैं
३-
ख़ुशी
मन का इच्छाओं पर
निरंकुश राज
प्यारा एहसास
तृप्त मन को लगे आ गया मधुमास
४-
सफलता
परिश्रम प्रतिफल
तृप्त मन
गंतव्य पर पहुँचे
साकार स्वप्न
१० अक्तूबर २०११
|