अनूप सेठी
जन्मः १० जून
१९५८ गाँव दरवैली जिला हमीरपुर, हिमाचल प्रदेश में।
शिक्षाः एमए एमफिल (हिंदी) तक धर्मशाला (हि. प्र.) और अमृतसर
(पंजाब) में। हिंदी में विसंगतिमूलक नाटक विषय पर शोध।
कार्यक्षेत्र :
कुछ महीने अध्यापन। कुछ वर्ष आकाशवाणी में। उसके बाद एक और अब
दूसरे वित्त संस्थान में।
लेखनः
करीब बीस बरसों से। कविताएँ लगभग सभी महत्वपूर्ण पत्रिकाओं
में। कुछ संकलनों में। दो पूर्णकालिक नाटक। एक का कुछ जगह मंचन
हुआ है। कुछ अर्सा नव भारत टाइम्स के लिए नियमित और अन्यत्र
छिटपुट नाट्य समीक्षा। पहल के लिए वोल शोयन्का के एक नाटक का
अनुवाद। तिब्बती लोक कविताओं के अनुवाद का तनाव का एक अंक। इधर
उधर कुछ और अनुवाद भी। कुछ एक कहानियाँ। रेखांकन में भी रूचि।
कुछ रचनाओं का मराठी में अनुवाद हुआ है।
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दो प्रेम गीत
१
ड्यूटियाँ बहुत बजा लीं
गृहस्थी और तुनक मिजाजी चलती रहेगी
मौसम की तरह आओ बैठो
दोस्ती के दिनों की तरह
जरा देर और
फिर एक कप चाय के साथ और
फिर किताबों की बात
फिर कविता की बात
फिर संगीत का साथ
भरी बरसात में
पानी से ऊब चूब बादल
अब बरसे तब बरसे
भिगो जाएँ धरती आकाश ।
२
आँखें बड़ी बड़ी
बहुत पास
दंत पंक्ति उनसे भी बड़ी
पूर्ण स्मित–हास
इतनी दूर से
इतने पास
गर्म जोशी सब कुछ बाँट लेने की
सलेटी बादलों में उजास
इस खिड़की को खुला रहने दो
झमाझम बारिश है
बेखबर लहराती
समुद्री हवा अनायास ।
१५ मार्च २००१ |