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प्रियंवरा के हाइकु

जन्म- ११ अक्तूबर १९७५ को आरा बिहार में।
शिक्षा- पत्रकारिता में स्नातक

प्रकाशित कृतियाँ-
विभिन्न पत्र - पत्रिकाओं, वेब पत्रिकाओं में लेख, कविताएँ और कहानियाँ प्रकाशित

संप्रति-
लोकसभा टीवी में कार्यरत
 
ई-मेल : priyambara11@gmail.com

 

 

 

हाइकु


गाती फ़िज़ाएँ
बूँदों की सरगम
मेघों की तान 


परछाईयाँ
साथ नहीं छोड़तीं
उजाले तक
 

उँघते चीड़
पहाड़ों पर रात
चाँदनी साथ


बादल छँटे
उड़ चला परिंदा
असीम शान्ति


चंचल रवि
खेले आँख मिचौली
सिमटी धूप 


बूढ़ा सूरज
आस से देखे धरा
अँधेरा फैला


सुधा-सलिल
प्रेम में भीगी मही
वसंत आया

 


ज़ख़्मी हैं पंख
परवाज़ की चाह
नन्ही-सी जान


रोको ना टोको
अंतहीन आकाश
ऊँची उड़ान

१०
जागती आँखें
चाँद पाने की ज़िद
उँघते ख्वाब

११
पढ़ते बच्चे
अँधेरा छँट रहा
सूर्य निकला

१२
मेट्रो की भीड़
भाग रहे हैं लोग
सभी अकेले

१३
छज्जे पे बैठी
कौओं की संसद है
चर्चा क्या होगी!

१४
जीवन मर्म
संतुलित कदम
रस्सी पे नट

२२ दिसंबर २०१४

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