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१
तड़प रही
जल बिन मछली
बिन तेरे मैं।
२
तेरे प्यार की
मिली जो बूँद-बूँद
गागर भरी।
३
जीवन भर
बना परछाई तू
दुख-सुख में।
४
गले लगाऊँ
मेरे जो हैं अपने
सपनों में भी।
५
बोए जो काँटे
कर माफ उनको
गले लगाना
६
प्यार नहीं है
पानी का बुलबुला
फूट जाए जो।
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७
प्यार की नींव
नहीं है कमज़ोर
हवा उखाड़े।
८
दर्द भागता
खिल उठा जीवन
प्यार से सींचा
९
दुख-दर्द की
वो कष्ट निवारक
दवा है प्रेम।
१०
मन में आशा
पिघलने लगता
दुख मोम-सा
११
हुई गलती
जीवन का किनारा
बन न पाया।
१२
दिल जो टूटे
मरने मत देना
अपनी इच्छा।१ अप्रैल
२०१६ |