अंजुमनउपहारकाव्य संगमगीतगौरव ग्राम गौरवग्रंथदोहे पुराने अंक संकलनअभिव्यक्ति कुण्डलियाहाइकुहास्य व्यंग्यक्षणिकाएँदिशांतर

AnauBaUit maoM saraoja BaTnaagar kI rcanaaeÐ —

kivataAaoM maoM —
AByaudya
Aist%va
AaÐKoM 
bad`I ivaSaala
maOM BaartIya hUM
ca+ana ka fUla

saMklana

jyaaoit pva-–mana krta hO

saraoja BaTnaagar ka pircaya

 

 

maOM BaartIya hMU

yao maorI ibaindyaa
caUDI,,  kMganaÊ saaD,IÊ isandUr
AaOr pOraoM kI payala
hO saba yao saaOndya- p`saaQana ko saaQana
pr saca maoM–
ibaindyaa sao maora AaÐk dsa gaunaa haota
jaOsao ek pr ibandI rK donao sao
ek dsa gaunaa haota.
yah ibandu dsa gaunaa khnao kao nahIM
yah AMgaar ibandu hO.
maoro mastk pr lagaI yah ibandI
maoro vyai@t%va kI AiBavyai> hO.
ik maoM ivavaaiht hUÐÊ
kMganaÊ caUD,IÊ payalaÊ mahavar
maorI saMsÌit ko kayala hOMM.
ik kao[-–
maorI caUD,I haqa CU tao laoÊ
ik kao[- maorI baaÐh pkD, tao lao–
maoro piva~ cair~ ko
yao maana dND hOM.
AaOr ijandgaI Bar ko ilayao
yao maorI Aana hOM.
yao maorI saaD,I
maor vyai>%va kao tao ]BaartI hI hO
isaf- phnanao ka vas~ hI nahIM
tna Zknao ka maaQyama hI nahIMÊ 
hmaoM saarI duinayaa ko AMga vas~aoM
sao Alaga phcaana dotI hO
yah vas~ [tnaa CaoTa BaI
na hao sakogaa ik ivadoSaI
Ta^plaOsa bana jaayao
Aro yah d`aopdI kao 
Ta^plaOsa sao bacaanao ka Sas~ hO
maOM khIM BaI rhUР
doSa ivadoSa 
yao saaD,IÊ ibandI maoro saaqa hO
maOM BaartIya hUР
dUr sao yah maorI phcaana hO.

 

इस रचना पर अपने विचार लिखें    दूसरों के विचार पढ़ें 

अंजुमनउपहारकाव्य चर्चाकाव्य संगमकिशोर कोनागौरव ग्राम गौरवग्रंथदोहेरचनाएँ भेजें
नई हवा पाठकनामा पुराने अंक संकलन हाइकु हास्य व्यंग्य क्षणिकाएँ दिशांतर समस्यापूर्ति

© सर्वाधिकार सुरक्षित
अनुभूति व्यक्तिगत अभिरुचि की अव्यवसायिक साहित्यिक पत्रिका है। इसमें प्रकाशित सभी रचनाओं के सर्वाधिकार संबंधित लेखकों अथवा प्रकाशकों के पास सुरक्षित हैं। लेखक अथवा प्रकाशक की लिखित स्वीकृति के बिना इनके किसी भी अंश के पुनर्प्रकाशन की अनुमति नहीं है। यह पत्रिका प्रत्येक सोमवार को परिवर्धित होती है

hit counter