अचला दीप्ति कुमार
इलाहाबाद के एक
साहित्य परिवार में जन्म। हिन्दी के अनेक जाने माने साहित्यकारों
के संपर्क में रहने के कारण हिन्दी की अभिरुचि को बढ़ावा मिला।
महादेवी वर्मा जी की भाँजी होने के कारण उनका सान्निध्य मिलने का
सौभाग्य प्राप्त हुआ।
इलाहाबाद
विश्वविद्यालय से प्राचीन भारतीय इतिहास में स्नातकोत्तर उपाधि
प्राप्त कर फिर तीन साल तक वहीं कार्यरत हुईं।
१९६६ में कनाडा
आकर लम्बे समय तक यहाँ के पब्लिक स्कूलों में अध्यापन कार्य किया
और कुछ वर्ष पहले ही अवकाश ग्रहण किया है।
गद्य और पद्य
दोनों में ही रुचि है। कई पत्र पत्रिकाओं में रचनाएँ प्रकाशित।
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